छत्तीसगढ़ महतारी की माटी मे कई ऐसे वीर सपूतों को जन्म दिया है जो कि न केवल अपना नाम और सम्मान कमाया है बल्कि छत्तीसगढ़ की माटी को भी गौरवान्वित किया है इन्हीं बहादुर वीरों में की श्रेणी में एक और माटी के लाल का नाम न केवल छत्तीसगढ़ में बल्कि पूरे देश और विदेश मे छत्तीसगढ़ की ख्याति और वीरता की स्वर्णिम अक्षर गाथा के साथ अंकित हो गया।बलोदा बाजार जिला अंतर्गत आने वाले थाना प्रभारी हेमंत पटेल राष्ट्रपति वीरता सम्मान से सम्मानित हुए यह पुरस्कार 15 अगस्त के पावन अवसर पर राज्यपाल के हाथों उनका प्ररदान किया यह वीरता पुरस्कार जिसे गैलंट्री अवॉर्ड भी कहा जाता है यह पुरस्कार अदम्य साहस शौर्य और वीरता के लिए दिया जाता है थाना प्रभारी हेमंत पटेल ने अब तक 67 नक्सली ऑपरेशन में नेतृत्व किया और हर ऑपरेशन में उन्हें अपनी बहादुरी दूरदर्शिता और साहस का परिचय दिया और यही कारण है कि उन्हें और अधिक जटिल ऑपरेशन में शामिल किया जाता रहा है उन्होंने अपने उच्च अधिकारियों के विश्वास पर हमेशा खरा उतारने का बेहतर से बेहतर प्रदर्शन किया है अपनी द्वितीय पद स्थापना धमतरी के बाद जब वे सुकमा आए जहां 2019 से 2023 तक सुकमा के में कमांडर के रूप में रहकर नक्सली अभियान ग्राम भंडार पदर मे नक्सली ग्रस्त अभियान के दौरान नक्सलियों द्वारा लगाए गए एंबुश को काउंटर एंबुश कर नक्सली कमांडर मांडवी हिड़मा को ढेर कर दिया यह ऑपरेशन उन्होंने अपनी जान हथेली पर रखकर किया इस ऑपरेशन में जटिल और गंभीर स्थिति बनी हुई थी जिसमें उन्होंने अपना अदम्य साहस मनोबल शौर्य और तुर्क बुद्धिमत्ता पूर्ण निर्णय लेते हुए खतरनाक नक्सली कमांडर माडवी हिड़मा को मार गिराया अनेकों नक्सली हमले में शामिल थे और वह सभी नक्सली मानवी हिड़मा के ढेर हो जाने के बाद समाप्त कर दिये गए और काफी हद तक नक्सली गतिविधियों में कमी आई इस बहादुरी के लिए 26 जनवरी 2024 को उन्हें गैलेट्री अवॉर्ड के लिए नामित किया गया था। और आज वह स्वर्णिम और ऐतिहासिक दिवस 15अगस्त 2024 को राष्ट्रपति की ओर से राज्यपाल के हाथों राष्ट्रीय वीरता पदक प्ररदान किया गया। हेमंत पटेल 2013 में सब इंस्पेक्टर की परीक्षा मे प्रथम प्रयास में ही सफलता प्राप्त कर ली थी। इनके अंदर प्रतिभा और साहस का वह समायोजन है कि उनकी पहले पद स्थापना में ही छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर बलरामपुर में अपने 17 महीने बताएं और लोगों के बीच जनरक्षक का चेहरा दिखाए बलरामपुर की जनता उन पर बहुत विश्वास और भरोसा करती थी उन्होंने इस दौरान अनेक कैंप जनहित के लिए किया पुलिस और आम जनता के बीच सार्थक सामंजस्य बनाने का प्रयास किया और अपने 11 साल की पुलिस कैरियर में 67 नक्सली ऑपरेशन को सफलतापूर्वक संचालित कर हेमंत पटेल आज एक ऐसी शख्सियत बन चुके हैं जिस पर पूरा पुलिस विभाग गर्व करता है साथ ही हेमंत पटेल कि शौर्य गाथा से आने वाली पीढ़ी काफी प्रभावित हो रही हैं हेमंत पटेल अपने जूनियर्स के लिए एक ऐसा रास्ता बना रहे हैं उदाहरण पेश कर रहे हैं जिससे आने वाली पीढ़ी इस बहादुर और साहसी पुलिस ऑफिसर को अपने जीवन का मार्गदर्शन बनाकर अपना जीवन सफल कर सकते हैं हेमंत पटेल जी जो की वर्तमान में बलोदा बाजार के हथबंद थाने में पदस्थ हैं इनके अध्यापको का कहना है कि ये शुरू से ही मेधावी छात्र रहे है और हम सभी को सम्मान दिलाया है श्री पटेल ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता गुरुजनो और चाचा श्री घनश्याम पटेल के बहुमूल्य मार्गदर्शन एवं उन सभी आत्मीयजन के आशीर्वाद को देते हैं। जो उन्हें समय समय पर मार्गदर्शित करते रहे है। 