बिलासपुर गांजा तस्करी के आरोपियों पर बिलासपुर पुलिस की उम्दा कार्रवाही बिलासपुर पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने की प्रेस वार्ता…..गांजा तस्करो की अवैध रूप से बनाई गई संपत्ति जप्त

बिलासपुर – ट्रेन में गांजा तस्करी में शामिल जीआरपी के आरक्षकों और उनके साथियों की गिरफ्तारी के बाद नशे से कमाई गई अवैध रूप से गांजा तस्करी कर बनाई गई संपत्ति को लेकर पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है।

    आरोपी जी आर पी आरक्षक

बिलासपुर पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने बिलासा गुड़ी में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जीआरपी आरक्षकों के द्वारा गांजे से कमाई गई करोड़ो रुपए की अवैध संपति जप्त करने की कार्रवाई का खुलासा किया।बिलासपुर पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने बताया कि आगे की कार्रवाई के लिए मुंबई के सफ़ेमा कोर्ट में प्रतिवेदन भेजा गया है।आरोपियों के द्वारा छत्तीसगढ के बिलासपुर सहित अन्य जिलों में बना रखी है करोडो की संपत्ति। आरक्षक अपने रिस्तेदार के अकाउंट में जमा करवाता था गांजा तस्करी का पैसा, तस्करी के पैसे से खरीदी लक्जरी गाडीयाॅ व बनवाया मकान



चारो आरक्षको द्वारा ट्रेन मेे पेट्रोलिंग चेकिंग ड्युटी में महासमुंद, रायपुर, दुर्ग, गोंदिया, चांपा, सक्ति, रायगढ आदि जगहो में जाते समय अपने साथ प्राईवेट व्यक्त्यिों गुड्डु उर्फ योगेष सोंधिया तथा छोटु उर्फ श्यामधर चैधरी को साथ में लेकर जाते थे तथा ट्रेन में चेकिंग के दौरान गांजा बरामद होेने पर छोटु और गुड्डु के माध्यम से पूर्व से गांजा खरीदी के लिये बुलाये गये व्यक्तियों को ट्रेन में ही गांजा की सप्लाई कर दी जाती थी। गिरफ्तार आरोपियो के विरूद्ध अपराध सिद्ध पाये जाने पर न्यायालय में अभियोग पत्र पेष किया गया है।


आरोपी आरक्षको के द्वारा गांजे की तस्करी में शामिल रहकर अवैध रूप से अर्जित राशि को स्वयं के व बेनामी बैंक खातो में नगद व आॅनलाईन प्राप्त करते थे। आरोपियो के द्वारा अवैध रूप से अर्जित राशि से करोडो की चल-अचल संपत्ति व लक्जरी वाहन बनाई गई थी जिसे चिन्हांकित कर एन.डी.पी.एस. एक्ट में निहित प्रावधानो के तहत सीजींग/फ्रीजिंग की कार्रवाई की गई है। प्रकरण सफेमा कोर्ट मुम्बई प्रतिवेदन प्रेषित किया जा रहा है।

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