छत्तीसगढ़ में बढ़ा अपराध का ग्राफ: रेप के मामले में रायपुर बना सबसे अधिक प्रभावित शहर, दूसरे नंबर पर बिलासपुर
रायपुर, 27 फरवरी 2025 – छत्तीसगढ़ में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिससे प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। हाल ही में विधानसभा के बजट सत्र में पूर्व मंत्री और खरसीया विधायक उमेश पटेल ने प्रदेश में बढ़ते अपराधों का मुद्दा उठाया। उन्होंने सरकार से पूछा कि जनवरी 2024 से जनवरी 2025 तक प्रदेश में हत्या, लूट, अपहरण, चोरी, डकैती और बलात्कार के कितने मामले दर्ज हुए हैं और सरकार ने इन अपराधों को रोकने के लिए क्या कदम उठाए हैं?
गृह मंत्री विजय शर्मा ने सदन में दिए ये आंकड़े: गृह मंत्री के जवाब के अनुसार, पिछले एक साल में प्रदेश में दर्ज अपराधों की संख्या इस प्रकार रही:
हत्या: 1114 मामले
लूट: 458 मामले
अपहरण: 3644 मामले
चोरी: 7960 मामले
डकैती: 56 मामले
बलात्कार: 3191 मामले
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि प्रदेश में चोरी और अपहरण के मामलों की संख्या सबसे अधिक है, जबकि बलात्कार और हत्या के मामलों ने भी गंभीर चिंता पैदा कर दी है।
रायपुर अपराध के मामले में सबसे आगे
प्रदेश की राजधानी रायपुर सबसे अधिक प्रभावित शहरों में शामिल है। रायपुर में बलात्कार के मामले सबसे ज्यादा दर्ज हुए हैं, जबकि दूसरे नंबर पर बिलासपुर रहा। रायगढ़ जिले की स्थिति भी चिंताजनक है, जो हत्या में तीसरे, लूट में पांचवें, अपहरण में दसवें, चोरी में पांचवें, डकैती में पांचवें और बलात्कार के मामलों में छठवें स्थान पर है।
अपराध रोकने के लिए क्या कर रही है सरकार?
गृह मंत्री ने बताया कि अपराध रोकने के लिए सरकार पुलिस बल को मजबूत कर रही है और आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। शहरों में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जा रही है और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।
हालांकि, विपक्ष ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं और मांग की है कि अपराध नियंत्रण के लिए और कड़े कदम उठाए जाएं। बढ़ते अपराधों को देखते हुए जनता में भी चिंता बढ़ रही है, और कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है।