
बिलासपुर अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र के चंगुल में फंसे लोग खतरनाक साबित हो सकते हैं। ऐसा ही एक मामला हाल ही में बिलासपुर के सिरगिट्टी इलाके में सामने आया, जहां एक कैंसर पीड़ित के इलाज के करने जलती चिता के सामने तंत्र-मंत्र क्रिया की जा रही थी।
पूरी घटना शनिवार की रात की है, जब सिरगिट्टी के समसान घाट में कुछ लोगो ने एक महिला, तांत्रिक, दो अन्य व्यक्ति को जलती चिता के सामने तंत्र-मंत्र करते हुए देखा गया। मोहल्ले वालों ने इस घटना को लेकर संदेह जताया। इस प्रक्रिया में, महिला और उसके साथियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया।
पुलिस की पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि महिला, अन्नपूर्णा जाटवर, जो उज्जैन की निवासी है, को शंकर यादव नामक व्यक्ति ने बुलाया था, जिनका भांजा कैंसर से पीड़ित है। शंकर यादव ने अपने भांजे के के लिए अन्नपूर्णा जाटवर से संपर्क स्थापित किया था, उन्होंने तंत्र-मंत्र क्रिया कर इलाज करने का आश्वासन दिया था।
इसके लिए, अन्नपूर्णा जाटवर अपने भतीजे कुलदीप के साथ बिलासपुर आई और समसान में जलती चिता की आग लेकर तंत्र क्रिया करने लगी। मोहल्ले वालों ने इस इस क्रिया के बारे में पता चला तो क्रिया का विरोध किया और इसे किसी अनिष्ट की आशंका के तहत देखा. लोगो ने पुलिस को सूचना दी व तुरंत हस्तक्षेप किया और तीनों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की.
सिरगिट्टी पुलिस के अनुसार महिला तांत्रिक, उसके भतीजे और शंकर यादव के खिलाफ पुलिस ने जुर्म दर्ज कर लिया है। पुलिस ने इस घटना को लेकर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी की है। पुलिस जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि तंत्र क्रिया का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं था, और यह पूरी तरह से अंधविश्वास पर आधारित था।
