बिलासपुर के सिरगिट्टी थाना क्षेत्र में 12 दिसंबर को मूक-बधिर छात्रा कुमारी पल्लवी ने आत्महत्या कर ली थी। पल्लवी ने आश्रयदत्त कर्मशाला की छत से कूदकर जान दी। शुरुआत में यह मामला आत्महत्या का प्रतीत हुआ, लेकिन जब मामले की गहनता से जांच की गई, तो यह सामने आया कि छात्रा अपने सहपाठी आकाश रवि की मारपीट से परेशान थी, जिससे उसने यह कदम उठाया।

पल्लवी, जो बोल और सुन नहीं सकती थी, अपने उत्पीड़न के बारे में अपनी बहन से वीडियो कॉल पर बात की थी और उसने घटना की जानकारी दी थी। इसके बाद, पुलिस ने साइन लेंग्वेज एक्सपर्ट की मदद से आरोपी आकाश रवि, जो सूरजपुर जिले के ग्राम महगई का निवासी है, से पूछताछ की। पूछताछ में आकाश ने मारपीट की घटना को स्वीकार कर लिया।
आखिरकार, पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 120 के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पल्लवी की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
इस घटना ने यह साबित कर दिया कि मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का किसी भी रूप में सामना करने वाली छात्राओं के लिए यह कितना घातक हो सकता है। पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है और आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने का प्रयास कर रही है।



