छत्तीसगढ़ में अंतर्राष्ट्रीय मानव तस्करी का हुआ खुलासा , विदेश मे कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी दिलवाने का देते थे झांसा, मुंबई से एक दंपति समेत तीन आरोपी गिरफ्तार

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दुर्ग में पुलिस ने अंतर्राष्ट्रीय मानव तस्करी मामले का खुलासा किया है। पुलिस ने एक दंपति समेत तीन आरोपियों को मुंबई से गिरफ्तार किया है। तीनो आरोपी विदेश में कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी दिलाने के नाम पर सायबर स्कैम का काम करवाया करते थे। साथ ही उनके पासपोर्ट जप्त कर लिए जाते थे। इस मामले में पुलिस द्वारा दो अन्य आरोपियों की पतासाजी की जा रही है।

भिलाई का एक युवक इनके झांसे में आ गया। उसे कंबोडिया के लाओस भेजा गया। लेकिन वहा उसके पासपोर्ट को जप्त कर उसे मानसिक प्रताड़ना दिए जाने लगा।उस व्यक्ति ने भारत आने के बाद अपनी शिकायत साइबर पुलिस से की इसके बाद पुलिस ने मामले की तहकीकात शुरू की। जिसमे मुंबई के गोरेगांव में गोल्डन लिंक सर्विस के नाम से दो एजेंट भारत से लोगों को गल्फ कंट्री भेजा करते थे पकड़े जाने के बाद गिरोह के अन्य लोगो की पतासाजी में जुट गई है।

शिकायतकर्ता युवक परेशान होकर एजेंसी पर लगातार दबाव बनाने लगा। जिसके कारण एजेंसी ने उसे भारत भेज दिया। भारत वापस आने के बाद अपनी आप बीती और शिकायत को उसने दुर्ग पुलिस के उच्च अधिकारियों को बताया। जिसके बाद पुलिस की सायबर एक्सपर्ट टीम ने इस मामले में अपराध दर्ज कर तफ्तीश आगे बढ़ाया। और मुंबई के गोरेगांव स्थित गोल्डन लिंक सर्विस के नाम से संचालित एजेंसी के माध्यम से साजन,उनकी पत्नी और रफी खान मिलकर लोगों को कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी दिलाने के नाम पर ₹200000 की वसूली किया करते थे लेकिन विदेश में जाने के बाद यह लोग उनके ग्रुप से जुड़े लोग उनसे साइबर स्कैम करवाया करते थे भिलाई का शिकायतकर्ता भी उनके जब चुंगल से छूटकर भारत आया जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों की गिरफ्तार में जुट गई थी।

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