रायपुर। प्रदेश के पटवारियों ने संसाधनों की कमी को लेकर आज से सभी ऑनलाइन कार्यों का बहिष्कार कर दिया है, जिससे राजस्व विभाग के मैदानी कामकाज पर सीधा असर पड़ने की संभावना है। पटवारियों ने विभाग को 15 दिसंबर तक संसाधन उपलब्ध कराने का अल्टीमेटम दिया था। लेकिन विभाग द्वारा कोई ठोस कदम न उठाए जाने के बाद उन्होंने यह बड़ा कदम उठाया है।
चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत
पटवारियों ने 9 दिसंबर से काली पट्टी बांधकर अपना विरोध प्रदर्शन शुरू किया था। अब उनका आंदोलन और तेज हो गया है। पटवारियों का कहना है कि संसाधनों की भारी कमी के कारण उनकी कार्यक्षमता पर नकारात्मक असर पड़ रहा है, जिसके चलते उन्हें कई बार हड़ताल का सहारा लेना पड़ा।
राजस्व कार्य ठप
पटवारियों के आंदोलन के कारण प्रदेश भर में राजस्व संबंधित सभी प्रकार के ऑनलाइन कार्य ठप हो गए हैं। इससे न केवल फाइलों का काम रुका है, बल्कि आम जनता को भी जरूरी सेवाओं में देरी का सामना करना पड़ सकता है।
प्रशासन पर दबाव बढ़ा
पटवारियों ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन जल्द ही उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देता, तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा। इस विरोध ने राजस्व विभाग के कामकाज को गंभीर रूप से प्रभावित किया है, जिससे प्रदेश में प्रशासनिक गतिविधियों पर असर पड़ सकता है।
अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन इस समस्या का समाधान कैसे करता है और पटवारियों की मांगों को किस हद तक पूरा करता है।




