पुलिस विभाग में कलह: हेड कांस्टेबल का परिवार न्याय की गुहार लेकर पहुंचा प्रेस क्लब

बिलासपुर। अपने ही विभाग में न्याय की उम्मीद लगाए हेड कांस्टेबल संजय जोशी का परिवार सोमवार को प्रेस क्लब पहुंचा। परिवार ने आरोप लगाया कि सीएसपी सिविल लाइन के पूर्व रीडर और वर्तमान में प्रधान आरक्षक अरुण कमलवंशी ने उनके जीवन को खतरे में डाल रखा है। बावजूद इसके पुलिस विभाग ने उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
परिवार पर जान का खतरा:
जोशी परिवार ने बताया कि अरुण कमलवंशी का संजय जोशी की पत्नी सरोज जोशी के साथ प्रेम संबंध था। विवाद के बाद सरोज ने अरुण के साथ रहना शुरू कर दिया और कुटुंब न्यायालय के जरिए संजय जोशी से तलाक ले लिया। इसके बाद से अरुण जोशी परिवार के खिलाफ रंजिश रखता है। परिवार ने आरोप लगाया कि उनके घर के बाहर बिना नंबर प्लेट वाली सफेद कार लगातार घूमती है, जिससे वे भयभीत हैं।
पुलिस पर कार्रवाई में लापरवाही का आरोप:
जोशी परिवार ने दावा किया कि 25 दिसंबर 2023 को अरुण ने उनके घर में तोड़फोड़ और आगजनी की। शिकायत के बावजूद सकरी थाने ने एक महीने बाद एफआईआर दर्ज की। इसके उलट, 10 अप्रैल 2024 को जोशी परिवार के खिलाफ अरुण की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया।
दूसरी शादी और प्रमोशन पर सवाल:
परिवार का कहना है कि अरुण ने पहली पत्नी को तलाक दिए बिना संजय की पूर्व पत्नी सरोज से दूसरी शादी कर ली। कोर्ट में तलाक के मामले में यह साबित होने के बावजूद विभाग ने अरुण के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। उल्टा, उसे प्रमोशन देकर प्रधान आरक्षक बना दिया गया।
विभागीय जांच के बावजूद प्रमोशन:
परिवार ने बताया कि हाईकोर्ट में अरुण के खिलाफ मामला लंबित है, फिर भी उसे 5 अगस्त 2024 को आरक्षक से प्रधान आरक्षक पद पर प्रमोशन दे दिया गया। विभागीय नियमों के अनुसार जांच लंबित रहते हुए पदोन्नति नहीं दी जानी चाहिए थी।
न्याय और सुरक्षा की मांग:
जोशी परिवार ने जिला प्रशासन और पुलिस से अपील की है कि अरुण कमलवंशी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए।



