नक्सल ऑपरेशन में बहादुरी दिखाने वाले पुलिस अधिकारी को प्रमोशन नहीं, हाईकोर्ट पहुंचे अरुण मरकाम

बिलासपुर। नक्सल विरोधी ऑपरेशन में अद्वितीय साहस दिखाने वाले बीजापुर के सब-इंस्पेक्टर अरुण मरकाम ने प्रमोशन नहीं मिलने के खिलाफ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। हाईकोर्ट ने उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए गृह विभाग के सचिव को नोटिस जारी किया और मामले का उचित समाधान करने का आदेश दिया है।
अरुण मरकाम ने वर्ष 2018 में नडपल्ली के जंगल में एक महत्वपूर्ण नक्सल ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों को मार गिराने और बड़ी संख्या में हथियार तथा नक्सली साहित्य जब्त किया था। इसके बावजूद उन्हें आउट आफ टर्न प्रमोशन नहीं दिया गया। इस भेदभाव से आहत होकर उन्होंने बिलासपुर हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर की।
मरकाम ने याचिका में यह तर्क दिया कि ऑपरेशन में शामिल उनके अन्य साथी अधिकारियों को इंस्पेक्टर पद पर प्रमोशन मिल चुका है, जबकि उनके योगदान को नजरअंदाज किया गया। उनका आरोप है कि गृह विभाग की नीति के अनुसार, ऐसे ऑपरेशनों में अहम भूमिका निभाने वाले अधिकारियों को प्रमोशन दिया जाना चाहिए, लेकिन उनके साथ अन्याय हुआ है।
याचिका में यह भी कहा गया कि इस तरह के भेदभाव से न सिर्फ एक अधिकारी का मनोबल गिरता है, बल्कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कार्यरत पुलिस अधिकारियों और जवानों के उत्साह पर भी प्रतिकूल असर पड़ता है।



