
छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में धर्मांतरण को लेकर एक बार फिर तनाव बढ़ गया है। दंतेवाड़ा-बीजापुर की सीमा पर स्थित कौशलनार गांव में ईसाई समुदाय के लोगों पर हमला हुआ, जब वे एक शव को दफनाने का प्रयास कर रहे थे। आरोप है कि ग्रामीणों ने 28 ईसाई धर्मावलंबियों को लाठी-डंडों से पीटा। घटना तब शुरू हुई जब आदिवासी समाज के लोगों ने गांव में शव दफनाने का विरोध किया।

छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के कार्यकारी अध्यक्ष राजा राम तोड़ेम का कहना है कि जो लोग धर्मांतरण कर चुके हैं, उन्हें मूल धर्म में लौट आना चाहिए, अन्यथा ऐसी स्थिति गांवों में बनी रहेगी।

इस घटना के विरोध में ईसाई समुदाय के सदस्य सड़कों पर उतरे और पुलिस पर उचित कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। उनके अनुसार, पुलिस ने केवल धक्का-मुक्की का मामला दर्ज किया, जबकि पिटाई करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है।

वहीं, छत्तीसगढ़ युवा मंच के संस्थापक नरेंद्र भवानी का कहना है कि ईसाई धर्म मानने वालों के मौलिक अधिकारों का हनन हुआ है और बाहर के लोगों ने गांव वालों को भड़काया। पुलिस ने बारसूर थाने में FIR दर्ज की है, लेकिन आगे की कार्रवाई की प्रतीक्षा है। SDOP उन्नति ठाकुर ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है।…..
