विजयी विश्व तिरंगा प्यार झंडा ऊंचा रहे हमारा

आज़ादी का अमृत महोत्सव के तहत भारत सरकार ने हर घर तिरंगा कार्यक्रम की घोषणा की इस कार्यक्रम के तहत अब जनता अपने घरों में तिरंगा फहरा सकते है और सरकर ने इसे लेकर देश की ध्वज संहिता में बदलाव भी किया है हर घर तिरंगा अभियान देश की आज़ादी की 75वीं वर्षगाँठ के तहत शुरू किया गया था इसका उदेश्य भारतीयों को बिना किसी प्रतिबंध के तिरंगे को अपने घर में फहराने और सुख उसको प्रोत्साहित करने का उदेश्य रहा और हर घर तीरंगा अभियान की शुरुआत की गई ।

1 नियमो मे हुआ बदलाव…………….. ……… घर घर तिरंगा अभियान के तहत सरकार ने कुछ नियमों में बदलाव किया जो की राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के मां और सम्मान को बनाए रखेगा भारतीयों को बिना किसी प्रतिबंध के तिरंगा फहराने की उद्देश्य झंडा बनाने के लिए ऐसी सामग्रियों का इस्तेमाल किया जाएगा जिसमें कॉटन पॉलिएस्टर खूनी रश्मि खड़ी स्वामी पहले मशीन से बने और पॉलिएस्टर से बने इस पर कोई प्रतिबंध नहीं है ना ही इसे फहराने का समय पर कोई प्रतिबंध है भारतीय ध्वज संहिता 2002 (2022 ध्वज़ के तहत) के तहत अब राष्ट्रीय ध्वज को 24 घंटे फहराया जा सकेगा तिरंगा रात में भी फहराया जा सकता है नियमनुसार यह कि वह 100 फीट या उससे अधिक ऊंची ध्वज स्तंभ पर लगा।
2 भारतीय ध्वज सहिता के अनुसार कोई भी आम व्यक्ति अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज फहरा सकता है परंतु यहां पर ध्यान देने और संवेदनशील बात यह है कि उसके सम्मान में किसी प्रकार की कोई खामियां ना रहे। ध्वज सहिता के अनुसार जब भी कहीं राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाए तो उसे पूरा एवं उचित सम्मान दिया जाना चाहिए उसे उचित स्थान पर रखा जाना चाहिए आपको इस बात का भी विशेष ध्यान रखना होगा कि राष्ट्रीय ध्वज को जमीन या गंदी या किसी ऐसी जगह पर ना रखा जाए जहां पर उसकी सम्मान पर ठेस पहुंचे नियमों के अनुसार राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग वस्तुओं को लपेट में प्राप्त करने और वितरण करने के लिए भी नहीं किया जा सकता झंडे को जमीन फर्श या पानी को छूने की अनुमति नहीं है उसका उपयोग किसी कार्यक्रम व्यवस्था की टेबल को ढकने या वक्ता के मंच को ढकने के लिए नहीं किया जा सकता ध्वज संहिता के अनुसार राष्ट्रीय ध्वज को किसी अन्य ध्वज या झंडों के साथ एक ही खंबे पर नहीं फहराया जाना चाहिए साथ ही फटा हुआ और गंदा राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराया जाना चाहिए।

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