विश्व रिकॉर्ड आशुतोष के नाम…….

 

कहते हैं कि होनहार पूत के होत चिकने पात……. इसी कहावत के अनुसार  पेंड्रा जिला  में साहित्य के क्षेत्र में चर्चित नाम युवा साहित्यकार आशुतोष आनंद दुबे का नाम न केवल …जी पी  एम, छत्तीसगढ़ , भारत  बल्कि  पूरे विश्व में अपनी एक अलग ही पहचान बना दी और ऐसे विषय में जिसमे पुरा विश्व का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है और वह विषय है आयुर्वेद का…..

आशुतोष आनंद दुबे के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है। आशुतोष द्वारा रचित आयुर्वेद संबंधी दोहे को विश्व कीर्तिमान स्थापित ग्रंथ आयुर्वेद को जाने नामक संग्रह में स्थान मिला है। यह ग्रंथ विश्व का सबसे वृहद आयुर्वेदिक काव्य संग्रह होने के कारण गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड एवं इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया गया है।

इस प्रकार से आशुतोष द्वारा रचित काव्य गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड एवं इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज हो गया है।

गौरतलब है कि आशुतोष क्षेत्र में साहित्य को लेकर निरंतर कार्य कर रहे हैं तथा कवि सम्मेलनों में भी अपनी उपस्थिति देते रहते हैं। उन्हें उनकी काव्य धर्मिता के लिए विविध संस्थाओं द्वारा दर्जनों सम्मान से सम्मानित भी किया जा चुका है।

वर्तमान में आशुतोष डाइट पेण्ड्रा में कार्यरत हैं साथ ही छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के जिला समन्वयक भी हैं। वे समय समय पर अपनी संस्था द्वारा भी साहित्यिक गतिविधियाँ आयोजित करते रहते हैं।

विश्व कीर्तिमान स्थापित ग्रंथ में उनके रचित आयुर्वेदिक दोहे एवं इस उपलब्धि के लिए उन्हें बड़ी संख्या में बधाई संदेश प्राप्त हो रहे हैं।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *